तारीखें भी यादों से भरी होती है तारीखें भी यादों से भरी होती है
रुग्ण काया बिन चप्पल पांव अश्रु पूरित नेत्रों से ताक रही थी ! रुग्ण काया बिन चप्पल पांव अश्रु पूरित नेत्रों से ताक रही थी !
आँखें बिछाये बैठे रह जायँगे, तारीखें लिखी जायँगी एक दिन हमारे नाम की, आँखें बिछाये बैठे रह जायँगे, तारीखें लिखी जायँगी एक दिन हमारे नाम की,
प्यार हमको जितना तुझसे है जिंदगी, उतना ही प्यार मौत से भी कर ले प्यार हमको जितना तुझसे है जिंदगी, उतना ही प्यार मौत से भी कर ले
ज़िन्दगी ज़िन्दगी न रही, बन गई महज एक तारीख। ज़िन्दगी ज़िन्दगी न रही, बन गई महज एक तारीख।
देश द्रोही का मुकदमा शायर पर अभी कायम है। देश द्रोही का मुकदमा शायर पर अभी कायम है।